नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार नहीं चाहती कि लोगों की आजीविका प्रभावित हो, इसलिए यथाशीघ्र कोविड प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण दर गत 10 दिनों में गिरकर 10 प्रतिशत पर आ गई है। केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर पाबंदियां लगाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि, कोविड से सबसे ज्यादा नुकसान दिल्ली वालों को हुआ है। हम नहीं चाहते कि आपकी आजीविका पर असर पड़े लेकिन आपका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है, इसलिए हमें पाबंदियां लगानी पड़ीं। दिल्ली सरकार ने कोविड की स्थिति में सुधार के मद्देनजर हाल में सप्ताहांत कर्फ्यू और दुकानें खोलने की सम-विषम योजना को हटाने के लिए एक प्रस्ताव भेजा था जिसे उपराज्यपाल (एलजी) ने अस्वीकृत कर दिया था।
केजरीवाल ने कहा कि, पिछले हफ्ते कुछ व्यापारी आए थे और उन्होंने कहा कि उन्हें सम-विषम योजना और सप्ताहांत कर्फ्यू के कारण बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उपराज्यपाल कुछ प्रस्तावों पर सहमत हुए और कुछ पर सहमत नहीं हुए। हम इन प्रतिबंधों को यथाशीघ्र हटा देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली ओमीक्रोन स्वरूप से आई कोरोना वायरस महामारी की पांचवीं लहर”का सामना कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमीक्रोन स्वरूप बहुत तेजी से फैलता है लेकिन इसके लक्षण हल्के हैं। केजरीवाल ने संक्रमण के कम होते मामलों और दिल्ली के टीकाकरण अभियान पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी को यहां पर करीब 29 हजार संक्रमण के मामले आए थे और इसके बावजूद अस्पतालों में केवल 2,500-3,000 बिस्तर भरे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 जनवरी को सबसे अधिक संक्रमण दर दर्ज की गई जो करीब 30 प्रतिशत थी, लेकिन गत 10 दिन में यह घटकर 10 प्रतिशत पर आ गई है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामलों में भी कमी आ रही है। केजरीवाल ने कहा कि यह निरंतर टीकाकरण से संभव हुआ। उन्होंने कहा कि, दिल्ली में टीकाकरण वार्ड स्तर पर मिशन के आधार पर किया गया। शत प्रतिशत लोगों को पहली खुराक लग चुकी है जबकि 82 प्रतिशत लोगों ने दूसरी खुराक भी ले ली है। मेरा मानना है कि यह देश और दुनिया के लिए भी कीर्तिमान है। केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में कोविड की तीसरी लहर है लेकिन दिल्ली पांचवीं लहर का सामना कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 का वायरस दूसरे देश से आया और अधिकतर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दिल्ली आती हैं, इसलिए जब भी कोई नया स्वरूप आएगा, वह दिल्ली में पहले आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि, लेकिन जिस तरह से दिल्ली के अधिकारियों, डॉक्टरों और अन्य ने इस कोरोना वायरस महामारी को संभाला है और जिस तरह से दिल्लीवासियों ने अनुशासित होकर इसका संयम के साथ सामना किया है, वह वास्तव प्रशंसनीय है।