श्रीनगर। देश के रक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाली भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद मुक्त करने की कवायद में जुटा है। अपने इसी मिशन के चलते सेना के जवानों ने बीते शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के सोपोर जिले में तीन आतंकियों को मार गिराया। इनके पास से तीन एके 47 भी बरामद ही गई है। ये तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही अब तक इस वर्ष सेना ने 122 आतंकियों का खात्मा कर डाला है। देश के जवानों ने आतंकियों की डेडलाइन तय करते हुए कहा है कि सर्दियों तक वे कश्मीर घाटी को आतंकमुक्त कर देंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, सेना के जवानों द्वारा तीन आतंकियों को मार गिराने के बाद बारामूला में इंटरनेट सेवाओं को ठप्प कर दिया गया है। साथ ही पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है। आज सुबह ही सेना की 179 रिजर्व सेंट्रल पुलिस फोर्स, 52 राष्ट्रीय राइफल्स, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन किया।
जानकारों की माने तो सेना ने कश्मीर को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए एक नई रणनीति बनाई है। अपनी इस नई रणनीति के तहत सेना कुछ महीनों में कई बड़े आतंकियों का सफाया कर चुकी है। इसी वर्ष मई में सेना ने हिजबुल कमांडर सबजार भट को मार गिराया था तो अभी बीते दिनों सेना ने लश्कर के तैयबा के चीफ कमांडर अबू दुजाना को भी नेस्तानाबूत कर दिया। अबू दुजाना के साथ सेना ने एक और आतंकी को ढेर किया था।
आपको बता दें कि वैसे तो सेना ने आतंकियों को ख़त्म करने की मुहिम वर्ष 2016 में ही शुरू कर दी थी लेकिन इस वर्ष इस मुहिम में एक अलग की तेजी देखने को मिली है। दिसंबर 2016 तक सेना ने 120 आतंकियों को ढेर किया था जबकि इस वर्ष अभी छह महीने ही बीते हैं और सेना ने 122 आतंकियों के अस्तित्व को ख़त्म कर दिया है। बताया जा रहा है कि आगे इस आकड़ों में और तेजी से इजाफा होगा।