नई दिल्ली। एअर इंडिया ने सोमवार को पूर्वनिर्धारित अपनी एकमात्र दिल्ली-काबुल उड़ान को रद कर दिया ताकि अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचा जा सके। विमानन कंपनी ने यह कदम काबुल हवाई अड्डे के अधिकारियों द्वारा ‘अनियंत्रित’ स्थिति घोषित किए जाने के बाद उठाया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भारत और अफगानिस्तान के बीच सोमवार को निर्धारित यह एकमात्र वाणिज्यिक उड़ान थी और एअर इंडिया एकमात्र विमानन कंपनी है जो दोनों देशों के बीच विमानों का परिचालन कर रही है। सोमवार को विमानन कंपनी ने अमेरिका से दिल्ली आ रहे अपने दो विमानों का रास्ता इसी वजह से बदल कर संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को एअर इंडिया के सान-फ्रांसिस्को-दिल्ली उड़ान और शिकागो-दिल्ली उड़ान को शारजाह मोड़ा गया। उन्होंने बताया कि दोनों विमान शारजाह ईंधन भरने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे और इस दौरान अफगान हवाई क्षेत्र से बचेंगे। गौरतलब है कि रविवार को काबुल में तालिबान के प्रवेश से पहले ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया जिसके बाद अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर अस्थिरता के बादल मंडरा रहे हैं।
इस बीच, ‘तेरा एविया’ का विमान अजरबैजान के बाकू से दिल्ली के लिए आ रहा था और सोमवार की सुबह उसने अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था लेकिन तुरंत उसने अफगान हवाई क्षेत्र से बचने का फैसला किया। एअर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काबुल हवाई अड्डे द्वारा अफगानिस्तान का हवाई क्षेत्र ‘अनियंत्रित’ घोषित किया गया है और उड़ानों से इस हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से बचने को कहा गया है।