अशाेेेक यादव, लखनऊ। रक्षाबंधन का पर्व अगले महीने तीन अगस्त को मनाया जाएगा। ऐसे में परिवहन यात्रियों को घरों तक पहुंचाने के लिए रोडवेज स्पेशल बसों का संचालन एक अगस्त से छह अगस्त तक किया जाएगा।
यात्रियों की उपलब्धता के आधार पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी तक प्रदेश में 6000 बसों का संचालन हो रहा है, जबकि 3200 और अतिरिक्त बसों के संचालन के लिए राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने तैयारी कर ली है।
उन्होंने बताया कि ड्राइवर, कंडक्टर और यात्रियों सभी के लिए मास्क अनिवार्य है। रोडवेज में सफर करने वाले यात्रियों को कोरोना से बचाने के लिए अन्य उपाय भी अपनाए जा रहे हैं। बसों को सैनिटाइज करके ही रुट पर रवाना किया जाएगा।
बिना मास्क बसों में एंट्री नहीं मिलेगी। हैंड सेनेटाइज किए जाने के लिए कंडक्टर्स को सेनेटाइजर दिया गया है। बस स्टेशनों पर भी इसकी व्यवस्था की गई है। बस के अंदर जितनी सीटें होंगी, सिर्फ उतने ही यात्री बस में बैठ सकेंगे। उससे अधिक यात्री होने पर तत्काल दूसरी बस की व्यवस्था की जाएगी ।
परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर यात्रियों बेहतर यात्रा कराने के लिए सभी डिपो के आरएम और एआरएम को निर्देश दिया गया है कि वह कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुये सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये बसों का संचालन करायेंगे।
निर्धारित सीटों से अधिक यात्रियों को नहीं बैठायें। त्योहार पर यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, जिसे देखते हुए रक्षाबंधन से दो दिन पूर्व और दो दिन बात तक बसों का विशेष संचालन होगा। यात्रियों की मांग पर बसें चलेंगी ।
इसके अलावा एक से छह अगस्त तक सभी कर्मचारियों को अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। साथ ही मुख्यालय स्तर पर यात्रियों की सुविधा के लिये हेल्पलाइन नं. 18001802877, व्हाट्सप नं. 9415049606, डायल 149 सेवा 24 घंटे कार्यरत रहेगी।
रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार लखनऊ परिक्षेत्र में रक्षाबंधन के लिए 700 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। भीड़ बढ़ने पर इन बसों को रोड पर उतारा जाएगा। बसों के कोर्डिनेशन की जिम्मेदारी सभी बस अड्डों के इंचार्ज के साथ ही सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को सौंपी गई है।