श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शारदा पीठ गलियारे की स्थापना की मंजूरी मिलने का स्वागत किया है और उम्मीद जतायी है कि पाकिस्तान सरकार दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए अन्य मार्ग भी खोलेगी। पाकिस्तान सरकार के सोमवार को हिन्दू तीर्थयात्रियों के लिए भारत से शारदा पीठ तक के गलियारे के प्रस्ताव को मंजूरी दिये जाने के फैसले पर टिप्पणी करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि पकिस्तान सरकार को लद्दाख क्षेत्र में कारगिल-स्कार्दू मार्ग को फिर से खोलने की घोषणा भी करनी चाहिए। अब्दुल्ला ने मंगलवार को ट्वीट कर कई वर्षों से बंद पड़े शारदा पीठ को फिर से खोलने के फैसले पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रशंसा करते हुए दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत शुरू होने की उम्मीद जतायी।
उन्होंने कहा, ‘शारदा पीठ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक प्राचीन हिन्दू मंदिर और सांस्कृतिक स्थल है। यह देख कर अच्छा लग रहा है कि इमरान खान कई वर्षो से बंद पड़ी परियोजनाओं पर निर्णय ले रहे है। दोनों देशों के लोगों का एक-दूसरे से संपर्क को बढ़ावा देने और धार्मिक स्थलों पर तीर्थयात्रियों के लिए मार्ग बनाने के फैसले का हम हमेशा स्वागत करते है जिनसे दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद मिलेगी।’उल्लेखनीय है कि शारदा पीठ तकरीबन 5000 वर्ष पुराना धार्मिक स्थल है। यह कश्मीरी पंडितों के तीन प्रसिद्ध पवित्र स्थलों में से एक है। अन्य दो अनंतनाग में मार्तण्ड सूर्य मंदिर और दक्षिण कश्मीर में हिमालय की श्रृंखलाओं में स्थित अमरनाथ मंदिर है।