अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का भयावह रूप दिखाई देने लगा है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 12,787 नए कोरोना मरीज पाए गए हैं जबकि 48 मरीजों की मौत हो गई है। कोरोना के बढ़ते कहर को रोकने के लिए सीएम योगी ने सख्त रुख अपनाते हुए शनिवार को गोरखपुर में अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि जिलों में कोविड केसों की संख्या का आंकलन कर नाइट कर्फ्यू का निर्णय डीएम लें। जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए जिससे कोई भी सार्वजनिक आयोजन, बर्थ-डे, विवाह समारोह या अन्य कार्यक्रम रात दस बजे के पहले ही सम्पन्न हो जाएं।
उन्होंने कहा कि लोगों को इसके लिए जागरूक करें और कोरोना गाइडलाइन के पालन के लिए प्रेरित करें। सीएम ने ये निर्देश शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में कोरोना नियंत्रण, कोविड टीकाकरण और इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की समीक्षा बैठक में दिए।
सीएम ने कहा कि कोरोना का यह दूसरा फेज भी पहले चरण की तरह ही चुनौतीपूर्ण है। फिर भी सामूहिक प्रयासों से इस पर काबू पाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश में कोरोना जांच और टीकाकरण के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं मिलनी सुनिश्चित होनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में एंटीजन एवं आरटीपीसीआर की जांच फ्री में होती है। इसमें अगर कही भी कोई शिकायत मिलती है तो सम्बंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जांच व इलाज में प्राइवेट अस्पताल निर्धारित रेट से अधिक धनराशि ले तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अस्पतालों में उपलब्ध 108 एम्बुलेंस की संख्या में से आधे को कोविड के लिए लगाया जाए।
सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर है। वहां से आने वालों का रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर कोविड टेस्टिंग कराया जाए। हर ग्राम पंचायत, वार्डो, नगर निकायों में निगरानी समितियां गठित कर उसे क्रियाशील किया जाए। निगरानी समितियों से निरन्तर संवाद स्थापित हो।
इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सिस्टम में स्वास्थ्य एवं प्रशासन का वरिष्ठ अधिकारी भी तैनात हों। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ न होने देना, सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क के प्रयोग की अनिवार्यता पर नजर रखी जाए। सीएम कहा कि डीएम और सीएमओ कोरोना के संबंध में नियमित समीक्षा करें। जांच व टीकाकरण पर फोकस करते हुए कोरोना का फैलाव रोकने की दिशा में ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मंडल में कोविड के मामलों, जांच व टीकाकरण की स्थिति की बिंदुवार समीक्षा भी की। कमिश्नर ने सीएम को बताया कि मंडल में शुक्रवार तक सक्रिय कोविड केस की संख्या 2440 है। एक अप्रैल से नौ अप्रैल तक मंडल में एक लाख आठ हजार 183 सैंपलिंग की गई है।
जिनमे से 55676 की जांच आरटीपीसीआर से की गई। कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर भी लगातार फोकस किया जा रहा है। मंडल में इस महीने मिले 2344 पॉजिटिव केसों के सापेक्ष कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की संख्या 24142 है। मंडल में कुल एक्टिव कंटेन्मेंट जोन 196 के तहत 8527 घरों को कवर किया गया है। कोविड मरीजो के सर्वेक्षण हेतु रैपिड रिस्पांस टीमें भी सक्रिय हैं। मंडल के चारों जनपदों में शहरी क्षेत्र में 31 और ग्रामीण क्षेत्र में 116 ऐसी टीमें सक्रिय हैं।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, राज्यसभा सदस्य जयप्रकाश निषाद, विधायक बिपिन सिंह, संगीता यादव, शीतल पांडेय, संत प्रसाद, डॉ विमलेश पासवान, मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी दिनेश कुमार पी. , मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गणेश कुमार, महराजगंज, देवरिया व कुशीनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।