अशाेक यादव, लखनऊ। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को नई क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा का ऐलान किया है। आरबीआई ने इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आम बजट के बाद उम्मीद लगाए बैठे मिडिल क्लास को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समिति ने ब्याज दरों को बरकरार रखने का फैसला किया है। इसके बाद अब रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर है। आरबीआई ने मौद्रिक नीति को लेकर अपना रुख भी नरम रखा है। अर्थशास्त्रियों को भी यही उम्मीद थी। आज दोपहर 12 बजे इस आरबीआई गवर्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत और भी मजबूत हुए हैं। महामारी से संकट की स्थिति में पहुंचे अधिकतर सेक्टर्स अब सामान्य स्तर की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे सेक्टस की संख्या बढ़ी है। वैक्सीन रोलआउट के बाद आर्थिक विकास का अनुमान बढ़ा है।
रिजर्व बैंक ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान लगाया है। बता दें कि बजट में यह 11 फीसदी होने का अनुमान लगाया गया है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि धीरे-धीरे घरों की बिक्री में सुधार हुआ है, साथ ही अब लोगों के खर्च करने की क्षमता एक बार फिर रिकवर हो रही है। हाल ही में जो आम बजट पेश किया गया है, उससे निवेश की स्थिति सुधरने की उम्मीद है। शक्तिकांत दास की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि जनवरी-मार्च के बीच महंगाई दर 5.2 फीसदी तक रह सकती है।