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नाखूनों के बदलते रंग को न करें इग्नोर, बीमारियों का होता है संकेत

नाखून सिर्फ हाथों और पैरों की खूबसूरती ही नही बढाते बल्कि इनसे शरीर के स्वस्थ्य के बारे में इनसे जानकारी मिलती है। शायद आपने कभी गौर ना किया हो स्वास्थ्य सही होने पर नाखूनों का रंग गुलाबी और रंगत चमकदार होता है जबकि सेहत ठीक ना हो तो नाखून का रंग बदल जाता है। ऐसे में अगर आपके नाखूनों का रंग भी बदल रहा है तो उसे इग्नोर ना करें।
नाखून कैसे बताते हैं सेहत का हाल?
दरअसल, नाखून शरीर में मौजूद कैरटिन नामक तत्व के बने होते हैं। जब शरीर में इस तत्व की कमी आती है तब नाखूनों की सतह प्रभावित होने लगती है, जिससे नाखून खुरदरे, कमजोर और बदरंग होने लगते हैं और यह शरीर में पनप रहे रोगों का संकेत देने लगते हैं।
चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह नाखूनों का बदला रंग बीमारियों के बारे में आगाह करता है।
स्किन कैंसर का संकेत है काला रंग
अगर नाखून पर काला निशान या फिर काली लाइन दिखे तो फिर यह मेलनॉमा स्किन कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। बेहद ही कम लोग जानते हैं कि नाखूनों में भी स्किन कैंसर के लक्षण जन्म ले सकते हैं। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
लाल व जामुनी रंग
नाखूनों का गहरा लाल रंग हाई ब्लड प्रेशर का संकेत देता है, जबकि जामुनी रंग के नाखून लो ब्लड प्रेशर का संकेत देते हैं।
नाखूनों का नीला होना
अगर नाखूनों में नीलापन महसूस हो तो आपको समझ लें कि शरीर को उतनी ऑक्सिजन नहीं मिल रही है, जितनी उसे चाहिए। साथ ही यह फेफड़ों और दिल की बीमारी का भी संकेत हो सकता है इसलिए बेहतर होगा कि आप एक बार चेकअप जरूर करवाएं।नाखूनों का पीला पड़ना
नाखूनों का रंग गाढ़ा पीला पड़ गया है तो समझ लें कि आपके शरीर में खून की कमी हो रही है। वहीं नाखूनों का पीलापन लिवर, कुपोषण, कंजेस्टिव हर्ट फेलियर, लंग्स की समस्या, थायराइड और डायबिटीज का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
नाखूनों में सफेदी आना
लिवर से जुड़ी समस्या होने पर नाखूनों का रंग सफेद होने लगता है। वहीं उंगलियों में पीलापन और सूजन जैसा अनुभव हो तो यह भी लिवर से जुड़ी समस्याओं की तरफ इशारा है। ऐसे में इसे हल्के में ना लें और तुरंत जांच करवाएं।
परत-परत करके टूटते नाखून
अगर नाखून लेयर्स में टूट रहे हैं, उनका रंग पीला और कॉर्नर्स काले हो गए हैं तो ये थायराइड और फंगल इंफेक्शन का संकेत है।
नाखूनों का जल्दी-जल्दी टूटना
कैल्शियम की कमी होने पर नाखून पतले होते हैं और जल्दी-जल्दी टूटते रहते हैं। साथ ही नाखूनों में दरारें पड़ना विटामिन सी, फॉलिक एसिड व प्रोटीन की कमी का संकेत भी होते हैं। इसके अलावा यह प्रॉब्लम शरीर में जिंक की कमी के कारण होती है।
नाखूनों पर लाइन उभरना
नाखूनों पर महीन लाइन्स उभर आना या उनमें हल्के गड्ढे जैसे महसूस होना सोराइसिस या अर्थराइटिस जैसे रोग की तरफ इशारा करते हैं। हालांकि उंगली की त्वचा के पास से नाखून कुछ गहरा होना सामान्य है।
अंदर मुड़े हुए नाखून
अंदर की तरफ मुड़े नाखूनों से ब्लड और आयरन की कमी होने का संभावना रहती है। वहीं अगर नाखून चम्मच की तरह मुड़े हुए हो तो आनुवंशिक रोग और ट्रॉमा की स्थिति हो सकती है।
मोटे और रूखे नाखून
अगर नाखून ज्यादा मोटे और खुरदरे है तो यह फंगल इंफैक्शन का संकेत हो सकता है। इसके अलावा रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी आनें से भी नाखून ऐसे दिखने लगते है।
तोते की चोंच वाले नाखून
कुछ लोगों के नाखूनों की शेप तोते की चोंच की तरह होती है। उस व्यक्ति को लंग्स डिसॉर्डर या कार्डियक की बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है।
अगर आपको नाखूनों में ऐसा कोई भी बदलाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर बीमारी के होने से पहले ही अगर उसका संकेत मिल रहा हैं तो उसे बढ़ने का अवसर ही क्यों देना इसलिए सतर्क रहें।

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