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चावल में होता है खतरनाक जहर, पकाने से पहले बरतें सावधानी

भारतीय लोगों का डिनर चावल के बिना अधूरा होता है लेकिन बता दें कि इसका सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, चावल के ऊपर एक ऐसी कोटिंग की जाती है, जो ना सिर्फ वजन बढ़ाती है बल्कि इससे अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। हालांकि चावल खाने से नहीं बल्कि इसे गलत तरीके से पकाकर खाने में ज्यादा नुकसान होता है। चलिए आपको बताते हैं कि क्यों हानिकारक है चावल और इसे कैसे पकाना चाहिए।
जहरीली होती है चावल की फसल
चावल में कई केमिकल्स होते हैं जो दूषित पानी व कीटनाशक के कारण चावल की फसलों में मिक्स हो जाते हैं। यही कारण है कि इसकी फसल भी जहरील हो जाती है। शोध के मुताबिक, मिट्टी में औद्योगिक विषाक्त पदार्थों व कीटनाशक केमिकलस युक्त पदार्थ मिल जाते हैं। आर्सेनिक एक कैमिकल है, जो फसलों को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कई बार यह कैमिकल भूमिगत जल में भी होता है, जो फसलों में मिक्स होकर सेहत को नुकसान पहुंचाता है।कैमिकल चावल से कैंसर का खतरा
शोध के अनुसार, कैमिकल युक्त चावल लंबे समय तक खाने से कैंसर तक का खतरा हो सकती है। इसके अलावा कैमिकलयुक्त चावल खाने से मोटापा, अस्थमा, डायबिटीज और फैटी लिवर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ऐसे रोकें आर्सेनिक जहर का खतरा
आर्सेनिक जहर को खत्म करने का सबसे कारगर तरीका है कि आप चावल को पकाने से पहले लंबे समय तक पानी में भिगोएं। अगर चावल को बनाने से पहले कम से कम 12 घंटे भिगोया जाए तो इसमें मौजूद आर्सेनिक तत्व खत्म हो जाते हैं। इससे भिगे हुए पानी में सारे आर्सेनिक तत्व आ जाते हैं और चावल में से टॉक्सिन का लेवल लगभग 80ः तक कम हो जाता है।
चावल पकाने का सही तरीका
वजन घटाना चाहते हैं तो चावल को फ्राई करके ना खाएं। आप इसे उबालकर, ग्रिल्ड या रोस्ट करके खा सकते हैं। इससे इसमें फैट की मात्रा कम हो जाती है और इससे आपकी कैलोरी इनटेक बढ़ता नहीं, जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
-दिन में 2-3 की बजाए सिर्फ 1 बार ही चावल खाएं। इससे वजन भी कंट्रोल में रहेगा और आप कैंसर जैसी कई बीमारियों से बचे भी रहेंगे।
-दूसरे कार्ब्स के मुकाबले, चावल खाने से जल्दी भूख लग सकती है। ऐसे में आप इससे बचने के लिए चावल के साथ सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
-दाल चावल बिना डाइटिंग के वजन कम करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है। दाल चवाल में प्रोटीन, कार्ब्स और फाइबर जरूरी मात्रा में होते हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के वजन घटाने में मदद करते हैं।

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