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पीठ से लेकर टांगो तक तितली आसन के है फायदे ही फायदे

चाहे आप एक गृहणी हैं या फिर 9 से 5 तक जॉब करने वाली महिला, दोनों को मानसिक और शारीरिक तनाव से गुजरना ही पड़ता है। सारा दिन घर या काम की भागदौड़ में पीठ और टांगों की बस हो जाती है। बिजी लाइफस्टाइल के चलते लंबे समय तक जिम या फिर कोई और कसरत भी नहीं हो पाती। ऐसे में बटरफ्लाई पोज वाला यह आसन,आपकी बिजी लाइफ के बस 5 मिनट ही लेगा। जिसे आप  अपने घर में आसानी से कर सकते हैं। तो चलिए लेते हैं तितली आसन के बारे में कुछ और जानकारी…
तितली आसन करने का तरीका
1. सबसे पहले जमीन पर कपड़ा बिछाकर उस पर पालती यानि चैकड़ी मारकर बैठ जाएं।
2. अब आपको अपने दोनों पैरों की तलियों को आपस में जोड़ना है।
3. इसके बाद अपने दोनों हाथों से पैरों की अंगुलियों को जकड़ लेना है।
4. याद रखें इस आसन को करते वक्त आपकी पीठ सीधी रहनी चाहिए, साथ ही गर्दन भी।
5. अब धीरे-धीरे टांगो को तितली के आकार में उपर नीचे करना शुरु करें।
6. टांगों को इस तरह से 2 से 3 मिनट तक हिलाएं, बीच में आराम भी ले सकते हैं।
7. धीरे-धीरे आसन करने की अवधि को बढ़ाते चले जाएं।
तितली आसन के फायदे
जांघो और टांगो के लिए फायदेमंद
इस आसन को करने से जांघों और टांगों में आया हुआ कसाव दूर होगा।तितली आसन तनाव और थकान को दूर करने का एक अच्छा तरीका है। सारा दिन खड़े होकर काम करने वाले लोगों की टांगों में अक्सर खल्लियां पड़ जाती है। तितली आसन को करने से सारा दिन काम करने में आसानी बनी रहती है। यह आसन टांगों को लचीला बनाता है। माहवारी में राहत
यह एकमात्र ऐसा आसन है,जिसे महिलाएं माहवारी के दौरान भी कर सकती है। पीरियड्स के दिनों में इस आसन को करने से पेट दर्द और मांसपेशियों में आए हुए खिंचाव में राहत मिलती है। यह आसन मासिक धर्म से संबंधित कई प्रकार की असुविधा और दर्द को कम करने में मदद करता है।
पेट के लिए फायदेमंद
तितली आसन पेट की हर छोटी से लेकर बड़ी समस्या को खत्म करने की क्षमता रखता है। गुर्दे, मूत्राशय से लेकर औरतों में अंडाशय के लिए यह आसन बहुत उपयोगी है। लंबे समय से कब्ज से परेशान लोगों के लिए यह आसन बहुत लाभदायक है। सुबह उठकर गुनगुना पानी पीने के पश्यात इस आसन को करने से पेट की सफाई अच्छे तरीके से हो जाती है।
बच्चों के लिए फायदेमंद
बढ़ते बच्चों की हड्डियों के विकास में तितली आसन बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही यह आसन बच्चों के मस्तिष्क के विकास में भी फायदेमंद है। इस आसन को बच्चों को रोजाना करवाने से उनकी याद रखने की क्षमता में बढ़ौतरी होती है।
बॉडी पोस्चर
इस आसन को रोजाना करने से हमारी रीढ़ की हड्डी स्ट्रांग होती है। जिसके कारण हमारी बॉडी का पोस्चर भी अच्छा बनता है। हमारी रीढ़ की हड्डी जितनी स्ट्रांग होगी, उतनी ही हमारी बॉडी एक्टिव फील करेगी, साथ ही बॉडी पोस्चर भी अच्छा बना रहेगा।
प्रेगनेंसी में फायदेमंद
प्रेगनेंसी के सातवें महीने तक इस आसन को आसानी से किया जा सकता है। अक्सर मां बनने वाली औरतों के पीठ में दर्द बना रहता है। यदि मां बनने वाली औरत इस आसन को अपनी रुटीन का हिस्सा बना लेती है, तो उसे पीठ की दर्द झूझना नहीं पड़ता।

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