Breaking News

पुराने लखनऊ में आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन का सिलसिला जारी, घरो से निकले हिन्दू ,मुसलमान, सिख, इसाई शिया सुन्नी देश के लिए हुए एक जुट

लखनऊ। देश मे रहने वाले सवा सौ करोड़ लोगो मे भले ही आपसी मतभेद रहते हो लेकिन जब देश की बात आती है तो न हिन्दू हिन्दू रहता है न मुसलमान मुसलमान न सिख सिख रहता है और न ही इसाई इसाई रहता है देश हित के लिए सवा सौ करोड़ लोग एक ही जाती धर्म के नजर आते है और वो जाती होती है हिंदुस्तानी भारतीय जाति। 1999 मे जब पाकिस्तान ने अपने नापाक कदम दुनिया की जन्नत कहे जाने वाले हमारे कशमीर के कारगिल मे रख्खे थे तब भी हमारी सेनाओ ने उन्हे मुंह तोड़ जवाब दिया था और उस समय पूरा देश हमारे वीर सपूतो की हिम्मत बढ़ा रहा था वही मंजर आज भी है ।

14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा मे पाकिस्तान समर्थित आंतकवादियो द्वारा किए गए हमले मे शहीद हुए हमारे वीर सपूतो के लिए पूरा देश एक कतार मे खड़ा होकर न सिर्फ शहीद हुए वीर सपूतो को नमन कर उन्हे श्रद्धांजलि दे रहा है बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर मे आवाज उठा कर उसके खातमे के लिए सरकार से मांग कर रहा है और सेना का मनोबल बढ़ा रहा है। पुलवामा हमले को वैसे तो चार दिन बीत गए है अक्सर देखा जाता है कि किसी भी घटना दुर्घटना के बाद लोग उसे जल्द भूल जाते है ।

लेकिन हमारे रक्षक सीआरपीएफ के जवानो पर हुए हमले के बाद देश अब ये चाहता है कि आतंकवाद जैसी बीमारी को जड़ से समाप्त किया जाना चाहिए। पुलवामा हमले के बाद से लेकर अब तक पूरे देश मे शहीद वीर सपूतो के लिए श्रधांजलि सभाए लगातार आयोजित हो रही है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे भी श्रद्धाजंलि सभाओ और आतंकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शनो का दौर लगातार जारी है। पुलवामा हमले के चैथे दिन आज लखनऊ के रहने वाले लोगो ने जगह जगह श्रद्धााजंलि सभाए आयोजित कर वीर सपूतो को श्रद्धाजंलि दी और आतंकवाद के पुत्ले जलाए पुराने लखनऊ के अधिक्तर व्यावारियो ने अपनी दुकाने बन्द कर आतंकवाद का कड़ा विरोध किया।

देश के लिए एक कतार मे खड़े करोड़ो हिन्दुस्तानियो ने देश की सीमाओ की सुरक्षा कर रहे सेना के जवानो के लिए जिन्दाबाद के गगन भेदी नारे लगा कर सेना को ये संदेश देने की कोशिश की है कि देश की करोड़ो जनता सेना के साथ है। आंतवाद का विरोध कर रहे करोड़ो देशवासियो ने भारत सरकार से मांग की है कि आतंकवाद के खिलाफ अब आरपार की लड़ाई की शुरूआत हो। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे वैसे तो आतंकवाद के खिलाफ पूरे शहर मे विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है लेकिन पुराने शहर मे लोगो के देश और सेना के प्रति जज्बात पूरी तरह से उफान पर है।

पुराने लखनऊ मे रविाार को घंटा घर के पास कलीम अहमद शिब्ली के नेतृत्व मे हजारो की सख्या मे लोगो ने आंतकवाद के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर पाकिस्तान का झंडा और आतकंवाद का पुत्ला जला कर अपने गुससे का इजहार किया इस अवसर पर कारी मेराजुल हक ने आतंकवादियो और उनको पनाह देने वालो की बरबादी के लिए सामूहिक बददुआ कर आतंकवाद के सफाए के लिए अल्लाह की बारगाह मे हाथ उठा कर दुंआ मांगी। मौलाना ने हमले मे शहीद हुए वीर सपूतो के लिए दुआ मांगी । विरोध प्रदर्शन मे पूर्व विधायक रेहान नईम के अलावा हजारो लोगो ने शिरकत की। रविवार की रात ही बुलाकी अडडा से हैदरगंज तक समाज सेवी नजीर अहमद नज्जू के नेतृत्व मे कैन्डिल मार्च निकाल कर शहीदो को श्रद्धांजलि दी गई ।

आंतकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर आतंकवाद और पाकिस्तान का पुत्ला जलाया गया। कैन्डिल मार्च निकाल रहे सैकड़ो लोगो ने आतंकवाद के खिलाफ गगन भेदी नारे लगा कर ये संदेश देने की कोशिश की कि आंतकवाद के खिलाफ अब पूरी ताकत से पूरा देश एक जुट है। पुराने लखनऊ के ऐशबाग मे रविवार को तहरीक-ए-मिल्लत फाउन्डेशन के महांसचिव मोहम्मद हनीफ खान के नेतृत्व मे सैकड़ो लोगो ने अपने हाथो मे तिरंगा लेकर आंतकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आतंकवाद के विरोध मे प्रदर्शन कर रहे लोगो ने आतंकवाद के खिलाफ अपने हाथो पर काली पट्टियां भी बांधी हुई थी।

इस अवसर पर मोहम्मद हनीफ खान ने कहा कि पुलवामा हमले मे शहीद हुए वीर सपूतो के परिवार को एक एक करोड़ रूपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए उन्होने कहा कि शहीद सैनिको के दुखी परिवरो के साथ पूरा देश है। प्रदर्शनकारियो ने आंतकवाद का पुत्ला जला कर आंतकवाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। रविवार को ही लखनऊ यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष सैय्यद मोहम्मद शहरान के नेतृत्व मे सैकड़ो युवाओ ने घंटा घर के पास एकत्र होकर कैन्डिल मार्च निकाल कर शहीद वीर सपूतो को भावभीनी श्रद्धंाजंलि दी और आंकतवाद और पाकिस्तान का पुत्ला जला कर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया ।

लखनऊ यूथ फेडरेशन के बैनर तले घंटा घर से रूमी गेट तक हुए कैन्डिल मार्च से पहले युवाओ ने कशमीरी मोहल्ला मे भी आंतकवाद के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। कैन्डिल मार्च मे शामिल युवा अपने हाथो मे आतकंवाद विरोधी नारे लिखी हुई तख्तियां लेकर चल रहे थे। पुराने लखनऊ मे आतंकवाद के खिलाफ महिलाओ द्वारा भी विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। इसके अलावा पुराने लखनऊ मे सोमवार की सुबह से ही आंतकवाद के विरोध का सिलसिला शुरू हो गया। पुराने लखनऊ मे जगह जगह आंतकवाद के पुत्ले जलाए गए और पुराने लखनऊ के तमाम व्यापारियो ने अपनी दुकाने बन्द कर आंतकवाद का विरोध किया। पुराने लखनऊ का ऐसा कोई मोहल्ला नही है जहां आंतकाद के खिलाफ लोग अपने घरो से बाहर न निकले हो हर कोई अपने अपने तरीके से आंतकवाद का विरोध कर शहीद वीर सपूतो को श्रद्धांजलि दे रहा है।

Loading...

Check Also

कांग्रेसियों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, इटावा : कांग्रेस कार्यालय पर संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ...