Breaking News

एक्यूप्रेशर तकनीक से कम करें मोटापा, जानिए बॉडी पर कहां होते हैं ये प्वाइंट्स

गलत लाइफस्टाइल व खान-पान के चलते आजकल हर कोई मोटापे से परेशान है। मोटापा कम करने के लिए लोग डाइटिंग, एक्सरसाइज व घरेलू नुस्खों से लेकर दवाइयों का सेवन भी करते हैं लेकिन इससे कोई खास फायदा नहीं होता। साथ ही इससे की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे, जिससे आपका मोटापा तेजी से कम होगा और आपको किसी तरह की कोई परेशानी भी नहीं होगी।
एक्यूप्रेशर विधि से कम करें मोटापा
एक्यूप्रेशर एक पुरानी विधि है, जिससे बीमारियों के साथ-साथ मोटापा भी कम किया जा सकता है। इस तकनीक में शरीर के कुछ प्वाइंट्स को दबाकर वजन कम किया जाता है। इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और भूख भी कंट्रोल में रहती है, जो मोटापे को कम करने में बहुत कारगर होता है।
कितनी देर दबाएं बॉडी प्वाइंट्स?
एक्सपर्ट के मुताबिक, रोजाना 30 मिनट बॉडी प्वाइंट्स को दबाने से ही बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं। चलिए जानते हैं मोटापा कम करने के लिए शरीर के किन-किन प्वाइंट्स को दबाएं।
इन बॉडी प्वाइंट्स को दबाकर घटाएं वजन
कान का एक्यूप्रेशर प्वाइंट
मोटापा कम करने के लिए कान के पास यानि कान के छेद से थोड़ा सा आगे (गाल के पास) अपने अंगूठे से दबाएं। इसे धीरे-धीरे ऊपर-नीचे करते हुए लगभग 3 मिनट तक दबाएं। रोजाना ऐसा करने से आपको वजन कम करने में मदद मिलेंगी।
नाभि का एक्यूप्रेशर प्वाइंट
वजन कम करने के लिए नाभि के पास भी एक एक्यूप्रेशर प्वाइंट होता है। नाभि से करीब 3 से.मी. नीचे मौजूद प्वाइंट को दबाने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है और भूख भी कंट्रोल में रहती है। इससे आप ओवरइटिंग से बचे रहते हैं और वजन कंट्रोल में रहता है।
पैरों का एक्यूप्रेशर प्वाइंट
पैरों के टखने की हड्डी के पीछे की ओर जहां हड्डी खत्म होती हैं, वहां अपनी उंगुली और अंगूठे की मदद से लगातार 1 मिनट तक दबाएं। दिन में कम से कम एक बार इस प्वाइंट को दबाने से डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
हाथों का एक्यूप्रेशर प्वाइंट
हाथों के प्वाइंट्स को दबाने से भी मोटापा तेजी से कम होगा। इसके लिए आप दोनों हथेलियों में अंगूठे के पास वाले हिस्से पर 2 मिनट तक प्रेशर दें। वजन कम करने के लिए यह बहुत ही मददगार तकनीक है।
कोहनी का एक्यूप्रेशर प्वाइंट
वजन कम करने के लिए कोहनी के जोड़ से अंदर की क्रीज की ओर उंगलियों को ले जाएं। इसके बाद यहां मौजूद एक्यूप्रेशर प्वाइंट पर दूसरे हाथ के अंगूठे से दबाव बनाएं और इसे 5 मिनट तक ऐसे ही दबाकर रखें। ऐसे ही दूसरे हाथ की कोहनी के साथ भी करें।

Loading...

Check Also

अपोलो प्रोटोन कैंसर सेंटर द्वारा रेक्टल कैंसर के पहले एकीकृत अंग और रोग-विशिष्ट कार्यक्रम का अनावरण

सूर्योदय भारत समाचार सेवा : अपोलो प्रोटोन कैंसर सेंटर (एपीसीसी) ने हाल ही में अपोलो ...