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दिल्ली में शाह भाजपा के सहयोगियों के साथ गोवा प्रदेश की मौजूदा सियासी स्थिति पर चर्चा करेंगे

लखनऊ / दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गोवा में BJP के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रमुख घटकों की दिल्ली में बुधवार को होने वाली बैठक अब गुरूवार को होगी. एक मंत्री ने यह जानकारी दी. माना जा रहा है कि इस बैठक में शाह भाजपा के सहयोगियों के साथ प्रदेश की मौजूदा सियासी स्थिति पर चर्चा करेंगे. गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) नेता सुदीन धवलीकर और केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक (भाजपा) के इस बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीदथी .भाजपा नेता और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बुधवार की रात दिल्ली से बताया, ‘बैठक को गुरूवार तक के लिये स्थगित कर दिया गया है.’ उन्होंने मामले में और जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा कि शाह अब नेताओं से गुरूवार सुबह मुलाकात करेंगे.कांग्रेस से दल बदल कर सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हुए गोवा के पूर्व मंत्री सुभाष शिरोडकर ने बुधवार को दावा किया कि गुटबाजी के चलते कांग्रेस की रूचि कभी राज्य में सरकार बनाने की नहीं रही. शिरोडकर ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के पास कभी सरकार बनाने के लिए संख्या बल नहीं था और सत्ता की उसकी पिछली दावेदारी पार्टी के विधायकों को एकजुट रखने की ‘‘महज एक रणनीति’’ थी.उन्होंने अफसोस जताया कि उन्होंने 20 माह यूं ही गंवा दिए और उन्हें राज्य विधानसभा के चुनाव के तुरंत बाद कांग्रेस को अलविदा कह देना चाहिए था. शिरोडकर और एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस विधायक दयानंद सोप्ते ने राज्य विधान सभा और साथ ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए. शिरोडकर ने कहा, ‘‘कांग्रेस में कम से कम तीन-चार नेता हैं जो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. वे कभी एकमत नहीं होंगे.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने बुधवार को कहा कि गोवा में उनकी पार्टी के दो विधायकों का भाजपा में जाना भगवा पार्टी के लिए ‘झटका’ है क्योंकि पार्टी ‘सिद्धांतों की राजनीति’ की बात करती है और संगठन असल में इसके उलट है.

खुर्शीद ने कहा, ‘आप इसे (हमारे लिए) झटका कह सकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि यह भाजपा के लिए झटका है, क्योंकि पार्टी सिद्धांतों की राजनीति करने की बात करती है. उन्होंने शिकायत की है कि उनके सत्ता में आने से पहले सबकुछ गलत था और अब हर दिन हम उन्हें इस तरह से काम करते हुए देखते हैं जिस पर सवाल खड़ा होता है.’

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