Breaking News

निर्वाचन आयोग द्वारा 5 राज्‍यों के विधानसभा चुनाव व 3 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान , जानिए आखिर क्यों बदला चुनाव की घोषणा का समय !

लखनऊ / नई दिल्ली : केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने 5 राज्‍यों के विधानसभा चुनाव व 3 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान शनिवार दोपहर 3 बजे एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में किया. हालांकि पहले कहा जा रहा था कि आयोग ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस दोपहर 12:30 बजे रखी थी. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी की राजस्‍थान में रैली को देखकर आयोग ने पीसी का समय बदल दिया.सूत्रों के मुताबिक प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदलने को लेकर चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत को गलत बताया है. आयोग का कहना है कि पोलिंग अफसर और मीडिया के कुछ लोगों ने कहा था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस जल्दी रख ली गई है और 12:30 बजे तक उन्हें पहुंचने में दिक्कत हो जाएगी और वह प्रेस कॉन्फ्रेंस अटेंड नहीं कर पाएंगे, लिहाजा सबकी सुविधाओं को देखते हुए यह समय बढ़ा दिया गया और इसे किसी राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ओपी रावत ने कहा कि इन 3 सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होगा

केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार (06 अक्‍टूबर 2018) को 5 राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ कर्नाटक में 3 लोकसभा सीटों-शिमोगा, बेल्‍लारी एंड मांड्या पर भी उपचुनाव की घोषणा कर दी है. मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ओपी रावत ने कहा कि इन 3 सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होगा.

शिवमोगा यानि शिव का चेहरा इसे कर्नाटक का ‘चावल का कटोरा’ भी कहा जाता
शिवमोगा का अर्थ ‘शिव का चेहरा’ है. शिमोगा कर्नाटक के मध्य में स्थित एक शहर है. इसका आधिकारिक नाम ‘शिवमोग्गा’ है. शिमोगा राज्य में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसे कर्नाटक का ‘चावल का कटोरा’ भी कहा जाता है. शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र में पुरुष मतादाताओं की संख्या 1,03,626 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,03,409 है. यह सीट कर्नाटक के पूर्व सीएम वाईएस येदियुरप्‍पा के विधानसभा चुनाव लड़ने के कारण खाली हुई थी.3 लोस सीटों पर होंगे चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इन 3 लोस सीटों पर उपचुनाव होंगे. कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद बीएस येदियुरप्पा और बी. श्रीरामुलु ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. येदियुरप्पा शिवमोगा लोकसभा सीट से सांसद थे जबकि श्रीरामुलु बेल्लारी सीट से लोकसभा सांसद थे. इन दोनों के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है. इनके अलावा, जेडीएस के सांसद सीएस पुट्टाराजू मांड्या लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के बाद इन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जहां विपक्ष मजबूत हुआ है, वहीं बीजेपी पर दबाव बढ़ गया है.

 4 साल में अब तक हुए उपचुनावों में पार्टी 9 सीट हार चुकी है.
2014 में बीजेपी ने 282 सीटों के साथ अपने बूते पूर्ण बहुमत जीता था, लेकिन पिछले 4 साल में अब तक हुए उपचुनावों में पार्टी 9 सीट हार चुकी है. कुल मिलाकर पार्टी के पास लोकसभा में 273 सीट है. इससे पहले बीजेपी ने कैराना सीट और महाराष्ट्र में भंडारा-गोंडिया सीट खो दी थी. पार्टी ने पालघर संसदीय सीट को बरकरार रखा, जबकि इसकी सहयोगी नागालैंड डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) नागालैंड सीट जीतने में सफल रही. बीजेपी ने इससे पहले इस साल उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीटों और राजस्थान में अजमेर और अलवर संसदीय सीटों को खो दिया

Loading...

Check Also

एमओबीसी-246 के सफ़ल समापन पर ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज, एएमसी सेंटर में परेड आयोजित

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : मेडिकल ऑफिसर्स बेसिक कोर्स (एमओबीसी)-246 के सफल समापन पर ...