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खुशखबरी : नहीं बढ़ेगी IIT की फीस और चयन प्रक्रिया में भी कोई बदलाव नहीं होगा

लखनऊ : आईआईटी में एडमिशन के सपने देख रहे स्टूडेंट्स के लिए राहत भरी खबर है. साथ ही उन छात्रों को भी सुकून देने वाली खबर है जो आईआईटी में पढ़ाई कर रहे हैं. सरकार ने फिलहाल आईआईटी की फीस नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके अलावा जेईई एडवांस के चयन प्रक्रिया में भी किसी तरह के बदलाव के प्रस्तावों को खारिज कर दिया है. सरकार ने जेईई एडवांस में चयन से जुड़े सुधारों और इसे आसान बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की थी. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में बीटेक के कार्यक्रम जारी रहेंगे और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.

जेईई में सुधार को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय समर्थित प्रस्ताव पर आईआईटी परिषद की बैठक में यह निर्णय किया गया. जेईई के जरिये आईआईटी में नामांकन होता है. परिषद ने संस्थानों में बीटेक पाठ्यक्रमों के संचालन को बंद कर अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के मार्गदर्शन के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, “आईआईटी के स्नातक छात्रों से ली जाने वाली फीस में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. परिषद ने जेईई (एडवांस्ड) में किसी तरह के परिवर्तन पर विचार नहीं किया.”

काउंसिल की बैठक में आईआईटी की ओर से विकसित किए जाने वाले शोध पार्को को लेकर भी चर्चा हुई. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि अगले साल तक सभी शोध पार्क अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेंगे. उन्होंने बताया कि फिलहाल इनके कुछ हिस्से काम करने लगें है, बाकी कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है. यह सभी शोध पार्क मौजूदा समय में आईआईटी हैदराबाद, कानपुर, खड़गपुर, दिल्ली और गांधीनगर में बनाए जा रहे हैं.

सोमवार को दिल्ली में आयोजित आईआईटी काउंसिल की बैठक में उपरोक्त फैसले लिए गए. इस बैठक में सभी आईआईटी के डायरेक्टर मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की. बैठक में शोध के साथ-साथ इंजीनियरिंग कॉलेजों की गुणवत्ता को भी मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि प्रत्येक आईआईटी अब अपने आस-पास के पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के मेंटर की भूमिका निभाएंगे. यानी वह उनकी गुणवत्ता में सुधार के साथ शोध को बढ़ावा देने पर भी जोर देंगे. बैठक में जो अहम फैसले लिए गए, उनमें आईआईटी में अंडर ग्रेजुएट स्तर तक फीस न बढ़ाने का निर्णय प्रमुख था.

इसके अलावा जेईई एडवांस के चयन प्रक्रिया में सुधारों को लेकर किसी भी तरह का बदलाव न करने का निर्णय था. बैठक में सभी आईआईटी डायेक्टर ने एक स्वर में सुझावों को लेकर अपनी असहमति जताई और कहा कि लंबी मशक्कत के बाद जेईई एडवांस की गुणवत्ता को वह कायम कर पाए है, जो मानक के मुताबिक है. ऐसे में यदि इनमें किसी भी तरह छेड़छाड़ होगी तो गुणवत्ता प्रभावित होगी. बैठक में जेईई एडवांस की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए शुरू की गई मुफ्त कोचिंग की सुविधा को और विस्तार देने का फैसला लिया गया. इसके तहत ऑनलाइन स्वयं पोर्टल में अब इससे जुड़े सभी चारों विषयों के छह सौ से ज्यादा लेक्चर उपलब्ध रहेंगे.

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